कविता ःःखुशी ःः[हायकू]

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कविता ःखुशी ः हायकू ★★★★★★★★★★★ तपती धूप जलाती रही मुझे हरेक बार      ★ आसमां पर बादलों की ललक भिगो देने की      ★ बरसा जल तृप्त हुई धरती ...

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